सोमवार, 17 मई 2021

जीवन में सदैव अपने जीवन साथी का सम्मान करो


आज के युग में महिलाओं के सम्मान पर बेहद चर्चा होती है। सब जानते हैं कि महिलाओं को सम्मानपूर्वक सुरक्षित महौल दिया जाए  तो वे अद्भुत कार्य कर सकती हैं। आपको आश्चर्य होगा,कि सृष्टि में सबसे पहले महिला सशक्तिकरण की अलख भी महादेव ने ही किया था।

भगवान शिव ने  अपनी पत्नी से इतना प्रेम और समर्पण का भाव रखा, कि उन्हें योगबल से अपने आधे शरीर का हिस्सा बना लिया। इस रूप में आधे भगवान शिव हैं और आधे माता पार्वती। माता पार्वती ही महाशक्ति हैं जिससे हमारी प्रकृति बनी है। अर्धनारीश्वर रूप यह दर्शाता है कि प्रकृति और पुरुष के संयोग के बिना महाशक्ति अर्जित नहीं की जा सकती। स्वयं शिव भी शक्ति के वियोग में शव स्वरुप हो जाते हैं।

भगवान शिव के इसी प्रेम,सम्मान और समर्पण के प्रतिदान स्वरुप माता पार्वती कई बार अपने पूर्ण शक्तिशाली आदिशक्ति स्वरुप दुर्गा के रुप में प्रकट हुईं और समस्त संसार का रक्षण और पोषण किया।



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