सोमवार, 5 जून 2017

महादेव का ध्यान



मनुषयो का कहना है कि हम महादेव का ध्यान करते है, किन्तु जब उनको महादेव दर्शन प्राप्त नहीं होते , तो वे कहते हैं कि महादेव कहा हैं और कहते है की महादेव एक कल्पना है.

 यही तो समस्या है मनुषयो की जिसे ढूंढ़ना चाहते है उसे ही ढूंढ रहे है इस लिए महादेव उनके सामने हो कर भी उनको दर्शन नहीं दे पाते.

 मनुष्य जिसे देखना चाहते है उसके दर्शन पाने में व्यक्ति का जन्म ही नही युग बीत जाते है सवयं को उसका पात्र बनाने के लिए ! किन्तु मनुष्य सिर्फ एक शन के लिए अपने आपको महादेव से जोड़ना होगा शुद्ध निचल निसवार्थ मन से तब मनुष्यो को उस सर्वयापी महादेव के दर्शन हर कण में होंगे.

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