शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

जीवन अनमोल है और प्यार से बढ़कर है

                     

ना जाने दुनियां में कितने लोग ऐसे है जो किसकी न किसी के प्यार में रोज़ मारे जाते है ! चाहे वो प्यार किसी लड़की से करते हो नौकरी से करते हो या कोई अपने आपको आमिर बनने की चाह से प्यार करते हो और कोई पेपर में अच्छे नंबर लानी की चाह रखते हो ! और जब ऐसे व्यक्ति अपने प्यार  को हासिल नही कर पाते तोह उनको इसे चीज से आजाद होने का एक ही रास्ता सूझता है और वो है मौत ! और यह लोग इसे प्यार  कहते है क्या यही प्यार का असली मतलब होता है ! 

असलियत तोह यह है जो सत्य जानते है वो कभी अधीर नही होते विवेक नही खोते सत्य वही है जो साश्वत है जो कभी परिवर्तित नही किया जा सकता और जो परिवर्तित होता है वो तोह केवल देखने का तरीका और वही कारन है जिसके व्यक्ति सत्य को सहेजता से स्वीकार कर सकता है !इस सत्य को  हमे अपने जीवन में लाने में लिए सब से पहले सत्य को देखने का नज़रिया बदलना होगा ! क्योंकि प्यार वो नही जो व्यक्ति को उसके दाइत्वो से दूर करदे प्यार तोह दाइत्वो को पूरा करने की प्रेरणा बनता है ! जो प्यार व्यक्ति को उसके दाइत्वो से दूर करे वो प्यार नही सवार्थ है ! 

यदि हम सेवार्थी नही तोह हमे इस हट को छोड़अपने दाइत्वो को पूरा करना होगा !मुक्त करो इस संसार को उन चीज़ें से जो तुम्हे तुम्हारे और  न जाने कितने तुम्हारी और हमारी तरह के  व्यक्ति को उनके प्यार  को  हासिल करने में बाधा बन रहे है ! क्योंकि हमे यह शरीर उस परमेश्वर ने दिया है और हमे कोई हक़ नही बनता इसे नुकसान पहोचने का ! इसे लिए सबसे पहले हमे अपने आप से प्यार करना सीखना होगा और एक आखिर चीज जब हमारा जन्म होता है तोह वो हमारे इच्छा के बिना हमे जीवन  देता है और जब मोत आती है तब भी वो हमारी इच्छा के बिना जीवन ले  लेता है  ! 

हमे उसके दिए हुए जीवन को अच्छे कर्मो के साथ जीना चाहिए उसको किसी के लिए भी त्यागना नही चाहिए और बल्कि हमे उन लोगो की मदत करनी चाहिए जो अपना जीवन समाप्त करने की सोच रहे हो ! जिस दिन आप किसी का जीवन बचाने में कामयाब उस दिन आपको जीवन का सही मतलब मालूम होगा

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