बुधवार, 22 फ़रवरी 2017

वो एक मात्र शक्ति जिनके तेज से यह समस्त संसार प्रकाशमान है


वो एक मात्र शक्ति जिनके तेज से यह समस्त संसार प्रकाशमान है ! वो जीवन दाई शक्ति जिनके आभाव में कारण श्रावण योगय नही जिव्हा वाणी योगय नही और मन विचार योगय नही !

जिन्हें परिभाषित करना संभव ही नही है ! इस संसार के सभी तत्वों को इनसे पृथक कर उन्हें परिभाषित करना असम्भव होगा !

सब इन्हे मानते है किन्तु इनके सम्पूर्ण रूप को कोई नही जनता और जिसे आभास है के वो इनको पुरन्ता समझ गया है वो यह नही जनता की वो अब तक कुछ समझा ही नही ! इनके आभाव में सब शव के सामान है ! यह वही शिव है देवों के देव महादेव

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