गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017

राम नाम सत्य है


जब किसी व्यक्ति की मृत्यु और उसे हम अंतिम यत्र के लिए लेजा  रहे  होते  है तब सब राम नाम सत्य है बोलते है  और जब किसी व्यक्ति का जन्म होता तब क्यों नही बोला जाता ! जिस  पर लोगो के  मन में  यह सवाल उजागर होता है के मारने के उपरांत ही क्यों बोला जाता है जन्म के समय क्यों नही ! हिन्दू धर्म में भगवान राम का बहुत महत्व है ! अगर हम राम  नाम  को तीन बार जाप करते है वो भगवान् का नाम एक हज़ार नाम जपने के बराबर है ! अब सवाल यह है के मृत्यु के समय इनका नाम क्यों लिया जाता है ! राम नाम  सत्य है यह इसका अर्थ है वो जिसकी मृत्यु हुई है   अपनी सांसारिक मोह माया से मुक्त हो  गया है!

राम नाम सत्य है अर्थ है जो सत्य है वो केवल भगवान् राम का ही नाम है ! इस संसार में मनुष्य के शरीर का कोई अर्थ नहीं है क्युकी वो तोह नश्वर है एक दिन उसका अंत हो जाता है केवल एक राम का ही नाम है जो सदा रहेगा अर्थात यह मनुष्य शरीर मृत्यु के बाद उस राम में लीन हो जाती है ! यही परम् सत्य है!

इस राम नाम सत्य है का नाम लेने से यह सिद्ध हो जाता है के प्राणी अपने सांसारिक मोह माया से मुक्त हो  गया है और अपने अंतिम सफर पर रवाना हो गया है!

इस राम नाम सत्य है का नाम लेने से यह सिद्ध हो जाता है के प्राणी अपने सांसारिक मोह माया से मुक्त हो  गया है और अपने अंतिम सफर पर रवाना हो गया है और उसकी मंजिल अब सिर्फ भगवान् तक पहोचना है ! इस संसार से वो मुक्त हो चूका है!

हिन्दू धर्म के अनुसार राम नाम सत्य है एक मंत्र है जिसका जाप करने से मनुष्य को अपने बुरे कर्मो से मुक्ति मिलती है और यह देह अपने कर्मो के अनुसार एक दूसरा जन्म लेती है!

हिन्दू धर्म में कई धारणाए मिलती है जिसमे एक यह धरना भी है के इसको राम नाम का जाप करने से जिस मनुष्य की मृत्यु हुए है उसके परिजनों को शान्ती प्राप्त होती है और उन्हें यह अहसास होता है के राम नाम ही सत्य है इस संसार में बाकि जो है वो व्यर्थ है!

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